मामला यह है कि गोरखपुर के खोराबार के महीमाठ गांव की रहने वाली एक महिला ने पुलिस को अपने पति के अपहरण किए जाने की सूचना दी। अपहरण का मामला सुनकर पुलिस सक्रिय हुई लेकिन फिर अपहरण जैसा कोई सबूत जांच में नहीं मिला। पुलिस ने गुमशुदगी मान लिया। उधर, महिला अपने पति की बरामदगी के लिए उच्चाधिकारियों के पास चक्कर लगाने लगी। प्रार्थना पत्र लेकर अधिकारियों के पास जब महिला पहुंची तो इसे गंभीरता से लेते हुए जांच प्रारंभ हुआ। पुलिस ने काफी खोजबीन की तो पता चला कि कथित तौर पर अपहृत व्यक्ति कानपुर में रह रहा है। पुलिस ने ट्रेस कराया तो हकीकत सामने आई। जिस महिला ने अपने पति के अपहरण के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, उसी की ममेरी बहन के साथ उसका पति आराम से कानपुर में रह रहा था।
जब यह बात पीड़ित महिला को पता लगी तो वह हैरान रह गई। परेशान हाल में वह फिर पुलिस के पास पहुंची, उसे वापस लाने का गुहार लगाने लगी। पुलिस ने काफी दबाव बनाकर उसे वापस बुलाया है। जब पति वापस पहुंचा तो सब हैरान हो गए क्योंकि वह अपनी ***** के साथ थाने पहुंच गया।